तेरी चाहत में हम रुस्वा सरे बाजार हो गए, हमने ही दिल खोया और हम ही गुनहगार हो गए !!
बात इतनी सी थी कि तुम अच्छे लगते थे , अब बात इतनी बढ़ गयी है कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता !!
मैं दिनभर ना जाने कितनों चेहरों से रूबरू होता हूँ, पर पता नहीं रात को ख्याल सिर्फ तुम्हारा ही क्यों आता है !!
तेरे प्यार का का कितना खूबसूरत एहसास है, लगता है जैसे तू हर पल मेरे आस पास है !!
क्यों मदहोश करती है मुझे मौजूदगी तेरी , कहीं मुझे तुमसे प्यार तो नहीं हो गया !!
प्यार करना सिखा है….नफरतो का कोई ठौर नही, बस तु ही तु है इस दिल मे दूसरा कोई और नही !!
अदालत इश्क़ की होगी , मुकदमा मोहब्बत पर चलेगा , गवाही मेरा दिल देगा और मुजरिम तेरा प्यार होगा !!
किसी को चाह कर छोड़ देना कोई बड़ी बात नहीं, किसी को छोड़ कर भी चाहो तो पता चले इश्क़ किसे कहते हैं !!
सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए !!
इतना प्यार तो मैंने खुद से भी नहीं किया, जितना मुझे तुमसे हो गया है !!
कौन कहता है हमशकल नहीं होते, देख मेरा दिल तेरे दिल से कितना मिलता है !!
ईश्क का रंग और भी गुलज़ार हो जाता है, जब दो शायरो को एक दूसरे से प्यार हो जाता है !!
सो जाउँ के तेरी याद में खो जाऊ, ये फैसला भी नहीं होता और सुबह हो जाती है !!
खुद को खुद से खोने लगा हूँ, फिर से किसी का नाम अपने नाम के साथ जोड़ने चला हूँ !!
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल, अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका !!
खुशनसीब कुछ ऐसे हो जाये हम , तुम हो , हम हों और इश्क़ हो जाए !!
क्या क्या रंग दिखाती है जिंदगी क्या खूब इक्तेफ़ाक होता है,प्यार में ऊम्र नही होती पर हर ऊम्र में प्यार होता है !!
करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना है मुश्किल,दिल को तुमसे नही..तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है !!
ना जाने कितनी दुआओं का सहारा होगा , जब कोई हमारा सिर्फ हमारा होगा !!
बड़ी ख़ामोशी से भेजा था गुलाब उसको , पर उसकी खुशबू ने शहर भर में तमाशा कर दिया !!
कभी तुम्हारी याद आती है तो कभी तुम्हारे ख्वाब आते हैं , मुझे सताने के तुम्हे तरीक़े तो बेहिसाब आते है !!
टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी, मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी, न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से, के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी।।
कभी तो आओ मेरे दर्द की तस्वीर देखने, इसे बनाने वाले हाथ बेशक मेरे थे पर कारीगरी तुम्हारी थी।।
दिन हुआ है, तो रात भी होगी, मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी, वो प्यार है ही इतना प्यारा, ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।।
कोई मिला ही नही हमे कभी हमारा बन कर, वो मिला भी तो हमे सिर्फ किनारा बनकर, हर ख्वाब बन कर टुटा है यहां, अब बस इंतज़ार ही मिला है एक सहारा बन कर।।
इन आँखों में कभी हमारे आंसू आये न होते, अगर वो पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते, उनके जाने के बाद यही गम रहेगा, के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।।
वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है, ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है, उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं, मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।।
इंसान की ख़ामोशी ही काफ़ी है, ये बताने के लिये की वो अंदर से टूट चूका है।।
अपनी वो मुलाकात कुछ अधुरी सी लगी, पास होके भी थोडी दूरी सी लगी, होठो पे हसी आंखो मे मजबूरी सी लगी, आज पहली बार किसी की दोस्ती ज़रूरी लगी।।
अगर वो खुश है देखकर आँसू मेरी आँखोँ मे, तो रब की कसम हम मुस्कुराना छोड़ देँगे, तड़पते रहेँगे उसे देखने को, लेकिन उसकी तरफ नज़रेँ उठाना छोड़ देँगे..
जो दिन खिला तो काली खिली, यु बाग़ में बहार छायी है,
तुम मिले तो दुनिया मिली, प्यार की रंगत छायी है।
सिक्का उछाल के प्यार का फैसला कर लो,
चित तुम मेरी पट मै तुम्हारा,
न कोई जीता ना कोई हारा I
आपके लिए रब से खुशिया मांगते है,
ज़िन्दगी भर मुस्कुराये बस ये मांगते है,
आप पूछती हो की क्या मांगे आपसे,
तो चलो आपसे आज तुम्हे मांगते है I
ख्वाब हो या हकीकत कौन हो तुम, मुझे जवाब दो,
दिल चुरा लिया मेरा एक नज़र में, मुझे हिसाब दो I
होशवालों को खबर क्या, बेखुदी क्या चीज है,
इश्क कीजे फिर समझिये, ज़िन्दगी क्या चीज़ है!
तेरा नाम मेरे जहन में कुछ यु रहता है, किसी की बात हो होंठो पे तेरा नाम कहता है,
लोग पूछते है की वो कौन है कहाँ इश्क़ तेरा, कैसे देखोगे वो तो मेरी सांसो में रहता है I
तुमसे मिलकर दिल धड़कता है, मुस्कुराती हो तो दिल तड़पता है,
इश्क़-ए-बीमार सा रहता हु, हर कोई मुझसे ये कहता है।
इक शराबी ने कुछ यु इश्क़ समझाया मुझे,
बोतल पे दिखा ‘जानलेवा’ पीता रहा शराब।
कहती हो तुम्हारे बारे मै सोचना बंद कर दू,
कैसे जिन्दा रहु और सांस लेना बंद कर दू I
ख़ुशी क्या है पूछा जो किसी ने, ख़ुशी का क्या हिसाब होता है,
मेरी ख़ुशी तुम हो, खुश होता हु जब मेरे हाथ में तेरा हाथ होता है।
जितनी बार तुम्हे देखता हु, उतनी बार तुमसे इश्क़ हो जाता है।
मुझे इश्क़ है ज़िन्दगी से इसलिए नहीं की जीने की हसरत है मुझे,
मुझे इश्क़ है ज़िन्दगी से क्युकी तेरे साथ जीने की चाहत है मुझे I
हंस हंस के जो करता हु सबसे बाते मै,
वो सोचती है इश्क़-ए-बीमार का हाल अच्छा है।
प्यार में नींदे उड़ जाती है, क्युकी सोये रहने से अच्छा उसकी यादों में खोये रहना लगता है।
इश्क़ और चाहत कभी कम न होगी, गम से तेरी आँखे कभी नम न होगी,
प्यार हो तुम मेरे मेरी ख़ुशी हो, और ये ख़ुशी ज़िन्दगी में कम भी न होगी।
मोहब्बत ढुंडी हर जगह, ढूंढ़ता रहा मै दर बदर,
उसने पुछा कैसे हो, थक के जो बैठा एक सहर।
प्यार का नशा भी अजीब है साहब, होश में हो या बेहोश कुछ खबर ही नहीं I
तेरा मेरा रिश्ता कुछ यु है सनम, जैसे दिल और दिल की धड़कन I
इश्क़ करके तेरा नाम ना लेंगे, खता कितनी भी करो इलज़ाम ना देंगे,
मुस्कुराया न करो मुझे देख कर, चलते राहों में तुम्हारा हाथ थाम लेंगे I
दूर से लगते हो जब आप कहते हो , धड़कन बढ़ जाती है, जब तुम कहते हो,
क्या इश्क़ हो रहा है मुझे तुमसे ?, या हो चूका इश्क़ ? बोलो तुम क्या कहते हो ?
मौसम नहीं जो बदल जाऊ, तेरा इंतज़ार करता रहूँगा,
इश्क़ है तुझसे, कोई दिल्लगी नहीं, न मिली तो कसम से मर जाऊँगा|
तुझसे हाथ मिलाने वाले बहुत मिलते होंगे, मै तो हमेशा के लिए तेरा हाथ थामना चाहता हु I
मेरे दिल में रहने की कीमत जान लो, तुम मेरी जान हो, तुम जान लो I
तुम हो गुल और हमें गुलाब पसंद है, ‘हां’ अगर कहो तो तुम्हारा जवाब पसंद है,
आते जाते रहते है हुस्न वाले इधर से, पर हमें तो हुस्न-ए-खराब पसंद है।
खुशिया भी तुमसे और ख़ुशी भी, तुम हो तो सब आसान लगता है,
तेरा चेहरा मेरी दुनिया है, तुम्हे छोड़ हर चेहरा अंजान लगता है I
बहुत खूबसूरत वो रातें होती है, जब तुमसे दिल की बातें होती है |
इश्क़ की बात कैसे करू डर लगता है, प्यार करने वाले की भी कुछ मजबूरिया होती है |
इश्क़ के बीमार को फ़ना हो जाने दो, उसे दवा की जरूरत क्या है,
तुम आ गयी हो मै भी यही हु, अब और किसी की जरूरत क्या है।
तुम को देखते ही मुस्कुराता हु मै,
लोग कहते है की तेरा आशिक़ हु मै I
प्यार एक खूबसूरत फूल की तरह है जिसे मैं छू नहीं सकता, लेकिन जिसकी खुशबू जिंदगी के बगीचे को महका देती है। -हेलेन केलर
प्यार एक वायरस की तरह है। यह किसी भी समय किसी को भी हो सकता है।
ज़ज्बात मेरे सारे आंसू से बह गए, जो बात कहनी थी तुमसे वो कहते कहते रह गए।
ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत, कौन हो तुम समझाओ,
देर से इतनी दूर कड़ी हो, पास मेरी आ जाओ।
शोखिओ में घोला जाये फूलो का शबाब,
उसमे फिर मिलायी जाये, थोड़ी सी शराब,
होगा जो नशा फिर तैयार, वो प्यार है।
मिलेंगे कहा देखता हु तुमको, मुझ सा प्यार करने वाला,
तुम्हारे लिए मरने की नहीं, जो तुम्हारे साथ जीने को जीए।