Pagal Shayari
तेरे इक हाथ उठाने से, मेरा दम निकल सा जाता है ऐ जालिम, ऐ कातिल, ऐ मेरे खूबसूरत संगदिल जरा सा डियोडरेन्ट लगाने में तेरा क्या जाता है ?
उनकी दुनिया में हम जैसे हजारो हैं ! हम ही पागल है जो उसे पाकर मगरूर हो गए !!
आज लोग इज्जत से भाई कहकर बुलाते हैं
फिर भी वो सुुकुन नही मिलता जो वो प्यार से पागल कहती थी….
बदलती दुनिया का ऐसा असर होने लगा है... आदमी पागल और फ़ोन स्मार्ट होने लगा है...!!
लड़कियाँ कहती हैं कि सभी लड़के पागल होते है
फिर कहती हैं “हम लड़कों से कम हैं क्या” ?
दिल ने यु भी कहा हमसे हस कर कई बार..... तू खुद पागल न हो जाना मुझे समझाते समझाते.....
इस इश्क ने तो देखो कैसी तबाही मचा रखी है... आधी दुनिया पागल, आधी शायर बना रखी है...!!
एक बार को मिलने को जो प्यार समझते है…
पागल है वो पर खुद को होशियार समझते है…!!
मेरी बेतहाशा मोहब्बत को उस छोरी ने ये कहकर ठुकरा दिया तू पागल है इश्क में, और मै पागलों से प्यार नहीं करती....
लड़का समझदार होना चाहिए, पागल तो फिर मैं उसे कर दूँगी !!
वो कहते हमें पागल जो दुनियादारी में अभी कच्चे है कहते है हमें बच्चा जो ख़ुद ही अभी बच्चे है इस फ़रेबी दुनिया में दिल-ए-सद्म के हम बादशाह हमें पागल ही रहने दो हम पागल ही अच्छे है
pyar me pagal shayari
हाँ मैं हूँ पागल लेकिन तेरे प्यार में
वो किसी के इश्क़ में पागल मेरे जैसा हो..!! मेरी दुआ है उसका रकीब उसके जैसा हो..!!
तेरे दिल की ज़मीन पर ठहर सके वो आवारा बादल हूँ मैं तेरी चाहत में बिलकुल पागल हूँ मैं !!
कयामत तक करोगे याद किसी ने दिल लगाया था एक होने की उम्मीद भी ना थी फिर भी पागलों की तरह चाहा था !!
कब मिलेंगे आपसे ये ख्याल हम करते है आपकी दोस्ती पे हम जो मरते है हो न जाये PAGAL हम डरते है क्या करे यार आपको miss जो इतना करते है !!
तेरी अदा के मरे हुए आशिक़ घायल है हम तुझे सोच कर अकेले में मुस्कुराते हैं सच पागल है हम !!
जिस दिन तुझको ना देखूं पागल पागल फिरती हूं कौन तुझे यूं प्यार करेगा जैसे मैं करती हूं !!
पागल नहीं था मैं जो तुम्हारी एक बात मानता था मुझे सच्ची मोहब्बत थी तुमसे बस इतना जानता था !!
दुनिया भी पागल है जो सभी के चेहरे पर मुस्कराहट ला दे उसे पागल ही कहती है !!
चाहने वाले बहुत होगें तुम्हारे इस कायनात में मगर इस पागल की तो कायनात ही तुम हो !!
ऊपर वाले का शुक्रिया है कि उसने ख्वाब बना दिये वरना तुम्हें देखने की बस हसरत ही रह ही जाती !!
मुजरिम तो है मगर बस तेरी अदालत में हम पागल तो हैं मगर बस तेरी चाहत में हम !!
काश तुम भी कभी जोर से गले लगा कर कहो डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हूं !!
हसरतों के सिक्के के लिए उजाले को खरीदने के लिए निकले थे हम उम्र की पहली गली में ही जिम्मेदारियों ने लूट लिया !!
ये इश्क़ पागलों का शहर है साहब यहाँ समझदार ज्यादा दिन टिक नहीं पाते !!
जाते हुए उसने बस इतना कहा मुझसे ओ पागल अपनी ज़िन्दगी जी लेना वैसे प्यार अच्छा करते हो !!
बेशक कुछ समय लगा हमको पर खुदा से बढ़कर यार मिला हमको ना रही तमन्ना किसी जन्नत की मेरी जान तेरी मोहब्बत से वो प्यार मिला हमको !!
मैं जैसा हूँ नहीं वैसा बताया गया है मैं पागल हूँ नहीं मुझे बनाया गया है !!
उसने प्यार अपने से मुझे पागल कर दिया मैं रुका रहा उसके लिए वो आगे चल दिया !!
वो AAPKA मुस्कुराना जुल्फे सवारना मेरी हर गलतियों को मुस्कुरा के टाल जाना कभी आखे दिखाना अगले ही पल प्यार जाताना कितनी मासूम हो तुम इश्क अगर आपसे न हो तो PHIR किससे हो !!
ना दौलत के पीछे ना शौहरत के पीछे हम तो पागल हैं सनम तेरी मोहोब्बत के पीछे !!
मुझे धोखा देती रही हर पल सताती रही वो मुझे धोखे में रख पागल बनाती रही !!
माना अल्फ़ाज़ खूबसूरत होते है पर ख़ामोशी की बात ही अलग होती है !!
अब जब तू ज़माने में इतनी आगे निकल गई है पछता रहा हूँ तेरे पीछे क्यों पागल हुआ मैं !!
मेरे पागल होने की वजह तुम मत पूछो एक शख्स को चाहने की सजा तुम मत पूछो मेरे हालात देख कर बस अंदाज़ा लगा लो मेरी बातों से इस हाल को तुम सुलझा लो !!
जब दो इंसान एक दूसरे के रूह को छू ले तो उसे इश्क़ कहते है !!
जैसे तेरा मेरे संग लहज़ा चलता है जल्द ही हो जाऊंगा पागल मुझे ऐसा लगता है !!
नज़रों से ऐसा तीर छोड़ा उसने मेरे सीने में मेरी पूरी ज़िंदगी गयी उसकी यादों से जीने में उसने कुछ ऐसा मुझे बदनाम किया महफिलों में के मैं पागल हो गया उसकी बातों से !!
दिल के पास वही है जो दूर रहकर भी महसूस होता है !!
आँखों में आंसू और दीवारों के कन्धों पर सर है मुझे पागल करने में छोड़ी ना तूने कोई कसर है !!
उसे शक था मेरे प्यार पर इसलिए अज़मा कर देखता रहा मैं कितना समझदार हूँ जानने के लिए पागल बना कर देखता रहा !!
तुम ख्वाब नहीं हक़ीक़त हो वो हक़ीक़त हो जो खवाब है !!
गलती सारी मेरी थी उसने सभी को ये जा कर बताया खुद को समझदार समझ कर उसने मुझे पागल बताया !!
तुमने तो पागल करके मुझे ठुकराया था किसी और ने आकर फिर सीने से लगाया था मुझे उस नए आये शक्स ने अपनाया था मुझे इस पागलपन से बाहर वो लेकर आया था !!
एक ऐसे रिश्ते को जीना कम नहीं सिर्फ तेरा ही कहलाना और तेरा होना भी नहीं !!
मैं पागल अब तक अकेले में बड़बड़ा रहा हूँ कितनी मोहोब्बत थी तुझसे ये खुद को बता रहा हूँ !!
इश्क़ मोहब्बत पर लिखना छोड़ दिया जब से तुमने इस पागल का दिल तोड़ दिया अब लिखता हूँ बस तन्हाई और उदासी पर तूने मुझे ऐसा बनाकर जो मुँह मोड़ लिया !!
ज़ज़्बात लिखे तो मालूम पड़ा की पढ़े लिखे लोग पढ़ना नहीं जानते है !!
लगता नहीं मेरा दिल तुझे भुलाना चाहता है जानता है ये भी की तू नहीं आएगी फिर भी एक और दफा ये तुझे बुलाना चाहता है !!
मुझे पागल करने वाली तुम भी पागल हो जाओगी एक दिन दुनियाँ को भूल मेरी यादों में खो जाओगी !!
अपनी मोहब्बत के लिए और क्या दुआ मांगू खुदा से खुदा तुम्हे खुशियाँ दे और मुझे हमेशा आपका साथ !!
मैं वही बैठा हूँ जब चाहे मर्ज़ी तब आना-जाना जब लौटोगी वापस तब ज़रूर बताना मिला मुझ सा कोई पागल दीवाना !!
जो मुझे दीवाना पागल बनाने में लगी रहती थी कामयाब हुई मगर आधी सिर्फ पागल बना कर चली गयी !!
तुम बार बार क्यों चली जाते हो सुना है खुद से बातें करने वाले आशिक पागल हो जाते है !!
क्या फ़र्क़ पड़ता है ज़िन्दगी बाकी भी है अगर हम उनके लिए मर चुके है !!
उसकी आँखों मे प्यार का पागलपन देखा है उसकी दिल की धड़कनों को मेरे बिन थमते देखा है आखिर कैसे छोड़ दूं उस पागल जानी को जिसको मैंने सिर्फ मेरे लिए रोते देखा है !!
पीठ पीछे बुराई करने वालो से एक ही बात केहनी है लगे रहो हमे घंटा फर्क नहीं पड़ेगा !!
अगर ज़िन्दगी हो तो सिर्फ तेरे साथ और अगर मौत हो तो तुझसे पहले !!
चल पड़ता हूँ उसकी हवाओं में मैं उसका बादल बन अब कौन समझाए इस दिल को अच्छा नहीं इतना पागलपन !!
दूर ना जाना धड़कन थम जाएगी दूर चली गयी तो साँसें भी ना आएंगी अब खड़ी देख रही हो क्या दुर से ही मेरे पागल हो जाने के बाद मेरे पास आओगी !!
हर सुबह जिसे देखने का मन करे ऐसी मोहब्बत हो आप !!
पागल हो जाने का भी गज़ब फायदा है साहब लोग पत्थर तो उठाते हैं पर ऊँगली नहीं !!
इश्क़ भी हद्द से पार हो जाता है जब इस पागल को तेरा दीदार हो जाता है !!
हा मैं पागल हु दुनिया मुझे पागल कहती हैं और सिर्फ तुम्हारा प्यार ही मुझे ठीक कर सकता हैं !
उस खूबसूरत ने मेरा खूब पागल बनाया इश्क़ किसी और से किया और मुझे अपना बताया !!
हर रात बस यही ख्याल सताता है क्या आपको भी मुझ पे प्यार आता है !!
तेरे ही ख्यालों में उम्र भर के लिए खो गया हूँ अब तू ही बता मुझे कहीं मैं पागल तो नहीं हो गया हूँ !!
माना की मैं ज्यादा लायक तो नहीं था पर मर मिटूँ किसी की मोहोब्बत के लिए मैं इतना पागल भी नहीं था !!
लोग कहते है जमी पर किसी को खुदा नहीं मिलता शायद उन लोगो को DOST कोई तुम सा मिला ही नहीं !!
तू शराब है और मैं तेरी तलब में हूँ पागल हूँ मैं तेरे पीछे बस तेरी ही तड़प में हूँ !!
अरे ओ दिल कब तक तुझे समझाये कोई इतनी मुद्दत में तो पागल भी सुधर जाते है !!